में नीव का पत्थर हूँ
मेरा परिचय है कुछ य़ू ही
यधपि भूमि गत नाम नहीं
हस्ती मेरी सबने पहचानी
में हूँ मामूली पत्थर
ज़रुरत मेरी सीमित है
समता भी मेरी परिमित है
यदपि साधन है कम काम अधिक है
धैर्य है अपने में विश्वास अधिक है
में नीव का पत्थर हूँ
आकांछा अपनी साधारण है
निर्मल जीवन की धारणा है
न झगडे दंगे का भय है
सहयोग स्नेह का है जीवन हर पल
में नीव का पत्थर हूँ
मेरे परिचय में क्या रखा है
जो भी है सब दिखता है
बनावट का अंश नहीं
है प्राकृतिक बनावट अन्य लेश मात्र नहीं
में नीव का पत्थर हूँ
सब सुखी रहे घर युक्त रहे
जन जन छत युक्त रहे
मिटे त्रासदी सबका हो उत्थान
में नीव का पत्थर हूँ
भाईचारा चाहिए हरगिज़ विवाद नहीं
संसार से सहयोग चाहिए दूरी नहीं
मूर्ती गड़ने के हाथ चाहिए
मूर्ती खंडन के हाथ नहीं
में नीव का पत्थर हूँ
मनुष्य में सामान्य शक्ति सामर्थ्य चाहिए
आवरण नहीं आचरण चाहिए
चरित्र का पालन प्रथम चाहिए
जीवन में इसका पालन चाहिए
में नीव का पत्थर हूँ
विपत्ति में स्वर्ण भाति चलता जाऊ
समय का हर पल उपयोगी बनाता जाऊ
व्यवस्थित जीवन हेतु अच्छे कार्य करता जाऊ
हर पल सत्यम वाद न छोड़ पाऊ
में नीव का पत्थर हूँ
............................................."नेह्दूत "
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